जीवन के रंगों को दर्शाती, विभिन्न खंडों में विभाजित इस कृति में कहीं ईश्वर के प्रति समर्पण भाव है, तो कहीं राष्ट्रीय भावनाओं की तरंग है। जीवन से जुड़ी इन कविताओं में कहीं सामाजिक कुरीतियों के खंडन और प्रकृति संरक्षण की प्रेरणा है,तो कहीं हास्य व्यंग की फुलझड़ियाँ । नैतिक मूल्यों के प्रति सजग करती हुई यह कृति, ‘अर्पण’ आप सभी पाठकों के सम्मुख प्रस्तुत है।